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[2024] Black Fungus क्या है और लक्षण, कारण और रोकथाम के उपाय | Black Fungus Symptoms and Treatment in Hindi

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ब्लैक फंगस (Black Fungus) क्या है, इसके लक्षण और रोकथाम के क्या उपाय हैं | Black Fungus Symptoms and Treatment In Hindi

ब्लैक फंगस (Black Fungus) क्या है और इसकी पहचान कैसे करेंगे, यह कैसे लोगों को बनाता है अपना शिकार, इससे बचने के उपाय क्या हैं, आइए जानते हैं क्या है देश के बड़े डॉक्टरों की राय :-
कोरोना (covid-19) महामारी की दूसरी लहर के बीच ब्लैक फंगस (Black Fungus) का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, और इससे कई लोगों की जान जा चुकी है, जिसे लेकर केन्द्र सरकार भी चिन्तित है। एक्सपर्ट्स ब्लैक फंगस के संक्रमण से बचाव के लिए जानकारी साझा कर रहे है, जिससे लोगों को इसके संक्रमण से बचाया जा सके।

एक्सपर्ट्स के अनुसार ऐसे कोरोना संक्रमित मरीज जिनका शुगर लेवल कंट्रोल नहीं है, यदि साथ में कैंसर का भी इलाज चल रहा हो या दुसरे किसी रोग में स्टेरॉयड या एंटीबायोटिक दवाओं का अधिक मात्रा मे सेवन किया जा रहा हो, या फिर ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखे गए हों तो ऐसे मरीजों में ब्लैक फंगस (Black Fungus) होने का खतरा अधिक होता है। आइए इसे विस्तार से जानते हैं –

ब्लैक फंगस (Black Fungus) क्या है, कैसे करें पहचान, कैसे लोगों को बनाता है अपना शिकार, बचाव के क्या हैं उपाय ? जानिए देश के बड़े डॉक्टरों की राय क्या है

देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मरीजों में ब्लैक फंगस (Black Fungus) का दुष्प्रभाव देखने को मिल रहा है, जिससे स्वास्थ्य विभाग इस पर बहुत सतर्क हो गया है और देश के नागरिकों को इसके प्रति जागरूक करने में प्रयासरत है। इसी सापेक्ष में देश के दों बड़ें और प्रतिष्ठित हेल्थ एक्सपर्ट ने ब्लैक फंगस की जानकारी विस्तार से दी है।

Black Fungus

भारत में दिल्ली स्थित एम्स (AIIMS) के Director डॉक्टर रणदीप गुलेरिया और गुरूग्राम स्थित प्रसिद्ध मेदांता (Medanta) अस्पताल के चेयरमैन डॉक्टर नरेश त्रेहन (Dr. Naresh Trehan) ने ब्लैक फंगस अर्थात् म्युकरमाइकोसिस (Mucormycosis) के विषय में महत्वपूण जानकारी साझा की है। डॉक्टरों के बताने के अनुसार ब्लैक फंगस वातावरण में उपस्थित है और विशेष रूप से मिट्टी में इसकी उपस्थिति अधिक होती है।

       ब्लैक फंगस, स्वस्थ और मजबूत Immunity (रोग प्रतिरोधक क्षमता) वाले व्यक्तियों पर अटैक नहीं कर पाता है, लेकिन कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों को यह अपना शिकार आसानी से बना लेता है।

जानिए, किन लोगों को ब्लैक फंगस (Black Fungus) का अधिक खतरा है ?

देश में COVID-19 वैश्विक महामारी की दूसरी लहर में ब्लैक फंगस का खतरा जिस प्रकार बढ़ रहा है, ऐसे में लोगों में जागरुकता को लेकर स्वास्थय विभाग की तरफ से इसके लक्षण व बचाव को लेकर जानकारी दी जा रही है।

मशहूर मेदान्ता अस्पताल के चेयरमैन डॉ. नरेश त्रेहन के अनुसार, ऐसे व्यक्ति जो डाइबिटीज के मरीज हों, जिन लोगों का कैंसर का इलाज चल रहा हो और ऑर्गन ट्रांसप्लांट करवाने वाले व्यक्तियों को ब्लैक फंगस से संक्रमित होने का खतरा अधिक होता है। इसी क्रम में दिल्ली एम्स (AIIMS) के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने भी ब्लैक फंगस के प्रति सचेत व सतर्क करते हुए यह जानकारी दी कि ….
1) कोरोना संक्रमण से बचाव में जिन मरीजों को शुरूवात में ही स्टेरॉइड्स दिए गए हैं, उन्हें ब्लैक फंगस के संक्रमण का खतरा अधिक है।
2) स्टेरॉइड्स के बहुत अधिक डोज दिए जाने पर भी मरीज को ब्लैक फंगस का जोखिम बढ़ जाता है। ऐसे व्यक्तियों के रक्त में मिठास की मात्रा अधिक हो जाती है, जिससे उनमें हाई ब्लड शुगर की समस्या रहती है।
3) यदि लंबे समय तक स्टेरॉइड्स दिया जाता है तो भी व्यक्ति ब्लैक फंगस की चपेट में आ सकते हैं।

वहीं डॉ. नरेश त्रेहान ने कहा है कि बिना डॉक्टर के सलाह के स्टेरॉइड का लेना व्यक्ति के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। साथ ही उन्होनें यह भी कहा है कि आवश्यक होने पर स्टेरॉयड उचित मात्रा में लें और वो भी कम से कम समय के लिए, लेकिन ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में ना हो तो डॉक्टर से बिना पूछे स्टेरॉयड नहीं छोड़ना चाहिए।

Black Fungus के लक्षण (Symptoms) कितने दिन में दखाई देते है ?

Black Fungus के लक्षण, कोरोना (C0VID-19) संक्रमण के बाद, लम्बे समय तक अस्पताल में रहने या कोरोना से रिकवरी के कुछ दिनों बाद तक, कभी भी दिखाई दे सकते हैं। इसलिए आपको हमेशा सतर्क रहना चाहिए और इसके लक्षण दिखने पर तुरन्त डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए।

कोरोना वायरस संक्रमण के कारण आज देश में ब्लैक फंगस (Black Fungus) का खतरा तेजी से फैल रहा है और ब्लैक फंगस की चपेट में आकर अलग- अलग राज्यों में कई मरीजों की जान चली गई है।

ब्लैक फंगस के संक्रमण को गम्भीरता से लेते हुए, दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) द्वारा जारी दिशा-निर्देश के माध्यम से ब्लैक फंगस संक्रमण (Black Fungus Infection) की पहचान, लक्षण व इसकी रोकथाम के लिए बरती जाने वाली जरूरी सावधानियों के बारे में बताया गया है, तो आइए जानते हैं –

ब्लैक फंगस (Black Fungus) संक्रमण के क्या है लक्षण | Symptoms of Black Fungus 

  • नाक से खून की पपड़ी या काला द्रव निकलना,
  • यदि आपको नाक में कोई परेशानी हो जैसे- नाक बंद होना,
  • आँखों में या सिर में दर्द होना,
  • आँखों से धुंधला दिखाई देना, आँखों के पास सूजन, आँखें लाल दिखाई दें, आँखों को खोलते या बन्द करते समय परेशानी अनुभव करना,
  • चेहरा सुन्न हो रहा हो, चेहरे पर सूजन या झुरझुरी अनुभव करना, मुँह को खोलने या चबाने पर परेशानी हो रहा हो

यदि ब्लैक फंगस ( Black Fungus) ने फेफड़े पर अटैक किया है तो ये लक्षण दिखाई देंगे-

1. यदि आपको बुखार आ रहा हो,
2. साँस लेने में परेशानी हो रही हो,
3. कफ या खंखार में रक्त आना,
4. सीने में दर्द रहना,
5. आँखों से धुंधला दिखाई देना

ब्लैक फंगस (Black Fungus) के लक्षण दिखने पर क्या सावधानियाँ रखें

ब्लैक फंगस के लक्षण दिखने पर अपनाएँ ये सावधानियाँ :-

ऊपर बताए गए लक्षण दिखाई दें तो हमें तुरन्त डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए। दवाइयों से इसका इलाज सम्भव है, लेकिन किसी-किसी केस में सर्जरी की भी आवश्यकता पड़ती है, इसलिए यदि आपको शुगर या डायबिटीज है और यदि कोरोना संक्रमित पाए गए हैं तो अपना ब्लड शुगर नियमित रूप से चेक करना चाहिए और शुगर की दवा डॉक्टर के परामर्श के अनुसार ही लें।

दिल्ली के AIIMS के गाइड लाइन्स के अनुसार, ब्लैक फंगस (Black Fungus) संक्रमण की पहचान के लिए हमेशा अपने चेहरे का निरीक्षण किया जाना चाहिए और यह देखने की कोशिश करनी चाहिए कि आपके चेहरे पर किसी प्रकार का सूजन या चेहरे के किसी भाग को स्पर्श करने पर दर्द का अनुभव तो नही हो रहा है।

इन सभी लक्षणों के अतिरिक्त यदि आपके दाँत हिल रहे हों, गिर रहे हों या मुँह में सूजन और काला भाग दिखाई दे तो हमेंशा सतर्क रहना चाहिए।

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ब्लैक फंगस (Black Fungus) कितना खतरनाक है, जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स

गुरूग्राम के मेदान्ता अस्पताल के चेयरमैन डॉ. नरेश त्रेहन ने कहा है कि ब्लैक फंगस नाक या मुँह के रास्ते शरीर में प्रवेश करता है। दुसरे चरण में ब्लैक फंगस सीधे आँखों को प्रभावित करता है और तीसरे चरण में यह व्यक्ति के दिमाग पर आक्रमण करता है। इसके इलाज में 4 से 6 सप्ताह तक दवाइयाँ लेनी पड़ती है और गम्भीर मामलों में तीन-तीन महीने तक इलाज चलता है।

यदि आपको ब्लैक फंगस (Black Fungus) संक्रमण का शक हो रहा हो तो क्या करें –

  • यदि आपको ब्लैक फंगस के बारे में कुछ भी शक हो तो ENT विभाग (कान, नाक, गला रोग) के डॉक्टर से तुरन्त सम्पर्क करना चाहिए।
  • आपको डॉक्टर के परामर्श के अनुसार लगातार उपचार करवाना चाहिए।
  • अपने ब्लड शुगर लेवल को हमेशा नियंत्रित रखने का पूरा प्रयास करें।
  • यदि आप किसी अन्य बीमारी से प्रभावित हैं तो उसकी दवा भी डॉक्टर के परामर्श से लगातार सेवन करना चाहिए।
  • अपने आप से किसी भी दवा का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • यदि आपके डॉक्टर सलाह देते हैं तो एम. आर. आई. (MRI) या सी. टी. स्कैन जरूर कराएँ।

ब्लैक फंगस (Black Fungus) संक्रमण से रोकथाम के उपाय क्या हैं | Prevention and Treatment of Mucormycosis)

गुरूग्राम स्थित मेदान्ता के चेयरमैन डॉ. नरेश त्रेहन ने कहा है कि ब्लैक फंगस (Black Fungus) संक्रमण बीमारी की जितनी ही जल्दी पहचान कर ली जाती है, उसका इलाज भी उतना ही सफल होगा। इसी क्रम में दिल्ली AIIMS के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया कहते हैं कि ब्लैक फंगस की रोकथाम के लिए तीन बातें महत्वपूर्ण हैं।
1. शुगर लेवल कंट्रोल- आपका शुगर लेवल कंट्रोल बहुत अच्छा होना चाहिए। जो व्यक्ति डायबिटीज के मरीज हैं, उन्हें अपने ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने का पूरा प्रयास करना चाहिए।
2. स्टेरॉयड दिशा-निर्देश का सख्त पालन – मरीज को स्टेरॉयड हमें किस समय देना हैं, इसके प्रति सावधानी रखनी चाहिए।
3. स्टेरॉयड के अधिक इस्तेमाल से परहेज – मरीज को जब बहुत जरूरी हो, तभी स्टेरॉयड का मध्यम या हल्का डोज देना चाहिए।

इस प्रकार आप ऊपर बताए गए ब्लैक फंगस (Black Fungus) से बचाव के दिशा निर्देशों का पालन करके अपना व अपने परिवार के सदस्यों की ब्लैक फंगस संक्रमण से सुरक्षा कर सकते हैं।

Aspergillus Fungus क्या है और क्या है Aspergillus Fungus के लक्षण (Symptoms)

ब्लैक फंगस (Black Fungus) के बाद एक और फंगस की बीमारी ने पैर पसारना शुरू कर दिया है, जसका नाम है एस्परजिलस फंगस (Aspergillus Fungus) । Black Fungus से संक्रमित मरीजों में अब Aspergillus Fungus के लक्षण सामने आ रहे हैं। ताजा मामला लखनऊ का है जहाँ अब तक एस्परजिलस फंगस की चपेट में 17 मरीजों की पुष्टि हुई है। एस्परगिलोसिस संक्रमण एक प्रकार के मोल्ड (कवक) के कारण होने वाला रोग है।

एस्परगिलस फंगस  (Aspergillus Fungus) आमतौर पर सड़ी-गली चीजों और मरे हुए पत्तों आदि पर पैदा होते हैं और साँसों के माध्यम से ये मानव शरीर में प्रवेश कर जाता है। Black Fungus और White Fungus की तरह ही Aspergillus Fungus भी उन लागों का अपना शिकार आसानी से बनाता है, जिनकी इम्युनिटी (Immunity) कमजोर होती है या जो अभी-अभी कोरोना (COVID-19) से रिकवर हुए हैं।

आइए जानते है, Aspergillus Fungus के Symptoms क्या हैं ?

एस्परगिलस फंगस के लक्षण क्या हैं (Symptoms Of Aspergillus Fungus In Hindi)

Aspergillus Fungus के लक्षणों की पहचान फंगल कल्चर और साइनस नेजल एंडोस्कोपिक बायोप्सी के द्वारा की जाती है।

एस्परगिलस फंगस (Aspergillus Fungus) से संक्रमित मरीजों में अलग-अलग लक्षण देखने को मिल रहे हैं, जो कि निम्न प्रकार हैं –

  • आँखों मे दर्द होना
  • आँखों का लाल हो जाना
  • सिर के आधे हिस्से  में दर्द रहना
  • अचानक आँखों की रोशनी कम होना
  • आँखों में सूजन या पलकों का झुक जाना
  • आँखों का अपनी जगह से बाहर आ जाना
  • आँखों के साथ-साथ नाक से खून आना
  • मुँह का टेढ़ा हो जाना
  • नाक का बहना
  • सूंघने की क्षमता में कमी होना
  • खाँसते समय खून का आना
  • साँस लेने में परेशानी होना
  • वजन कम होना और थकान रहना

एस्परगिलस फंगस से बचाव के क्या उपाय हैं (Treatment Of Aspergillus Fungus In Hindi)

जितनी जल्दी हम एस्परगिलस फंगस के लक्षणों (Symptoms Of Aspergillus Fungus) को पहचान लेंगे, इसका इलाज भी उतनी ही जल्दी सम्भव होगा। इसलिए जब भी आपको ऊपर बताए गए लक्षणों का अनुभव हो तो तुरन्त डॉक्टर को दिखाएँ और उसका इलाज कराएँ। राहत की बात यह है कि ब्लैक फंगस की अपेक्षा एस्परगिलस फंगस मरीजों के शरीर पर कम नुकसान पहँचा रहा है। इसके साथ ही एस्परगिलस फंगस से बचाव के लिए दवा भी उपलब्ध है।

इस प्रकार आप ऊपर बताए गए ब्लैक फंगस (Black Fungus) और एस्परगिलस फंगस (Aspergillus Fungus) से बचाव के दिशा निर्देशों का पालन करके अपना व अपने परिवार के सदस्यों की ब्लैक फंगस और एस्परगिलस फंगस संक्रमण से सुरक्षा कर सकते हैं।

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